इस प्रश्न का उत्तर है कि - सबसे पहले तो यह समझ लें, कि सफलता है क्या ?
- यदि जीवन में आप की चिंताएं घट रही हैं,
- तनाव घट रहा है,
- राग द्वेष काम क्रोध लोभ ईर्ष्या अभिमान आदि दोष कम हो रहे हैं।
- जीवन में शांति संतोष आनंद प्रसन्नता सेवा उत्साह दया प्रेम नम्रता आदि गुणों की वृद्धि हो रही है
2. फ़िर देखो उसकी रहमत कीे कैसे बारिश होती है
- जिस शरीर से परमात्मा की सेवा करते हो उसे गंदा मत करो.
- जिस नजर से परमात्मा का दीदार करते हो उसे नेक और पवित्र रखो.
- जिन कानो से परमात्मा की मीठी वाणी सुनते हो उनमें अपवित्रता मत डालो.
- जिस मन को ध्यान मे लगाते हो उसको दुनिया के ख्यालो में मत लगाओ.
3. नाम हमारा एकमात्र सच्चा मित्र है, यहाँ और उसके बाहर भी
- यह हमारा एकमात्र निरंतर साथी,
- हमारा एकमात्र जीविका,
- हमारा एकमात्र मार्गदर्शक प्रकाश,
- हमारा एकमात्र आश्रय है
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