एक बार एक महात्मा ने बाबा जी से अरदास की के घर मे कलेश रहता है, आशीर्वाद दो तो बाबा जी ने कहा, सत्संग किया करो दातार सब ठीक करेगा। एक और महात्मा ने अरदास की के घर मे सभी दुखी रहते हैं, आशीर्वाद दो तो बाबा जी ने कहा, सत्संग किया करो दातार सब ठीक करेगा। फिर एक महात्मा ने अरदास की के घर मे बरकत नही होती, आशीर्वाद दो, बाबा जी ने कहा, सत्संग किया करो दातार सब ठीक करेगा।
वहीं पास खडे एक महात्मा ने सब सुना, उन्होने बाद मे बाबा जी से पूछा के तीन महापुरुशो ने आपसे दुख, दरीद्रता और कलेश दूर करने के लिए आशीर्वाद मांगा तो आपने उनसे एक ही बात कही के सत्संग किया करो, ये कैसे ? तीनो का एक ही इलाज कैसे हो सकता है ? तो बाबा जी ने कहा, सत्संग कल्पविक्ष होता है, सत्संग में आने से हमे तन मन धन तीनो के सुख प्राप्त होते हैं और हमारे घरो से ये सब बिमारीयां दूर हो जाती हैं, इसलिए, हम भी सतगुरु से यही अरदास करते हैं की हमेशा अपने चरणो से लगाये रखे और सेवा, सिमरन, सत्संग से जोडे रखें .
Great Post 👍
ReplyDelete