Monday, 9 November 2020

119 - मालिक की याद कब आती है ?


  • पापी को मृत्यु के समय 
  • धर्मात्मा को हर समय
  • चोर को पकड़े जाने पर
  • गरीब को भूख लगने पर
  • धनी को बीमार हो जाने पर
  • कंजूस को पैसा खो जाने पर 
  • किसान को वर्षा नही होने पर
  • मुसाफिर को ट्रेन छूट जाने पर
  • व्यापारी को नुकसान हो जाने पर
  • राजनीतिज्ञ को चुनाव हार जाने पर
  • अफसर को रिश्वत लेते समय पकड़े जाने पर
  • विद्यार्थी को परीक्षा फल के समय


लेकिन जो मालिक के सच्चे भक्त है, उनको तो हर समय सुख में, दुख में, सोते , जागते, उठते, बैठते, हर समय, हर जगह मालिक ही मालिक याद आते है .

लगन (सुमिरन) मालिक के चरणों में लगा के रखिए और मगन (ध्यान) मालिक के सवरूप में रखिए.

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