- पापी को मृत्यु के समय
- धर्मात्मा को हर समय
- चोर को पकड़े जाने पर
- गरीब को भूख लगने पर
- धनी को बीमार हो जाने पर
- कंजूस को पैसा खो जाने पर
- किसान को वर्षा नही होने पर
- मुसाफिर को ट्रेन छूट जाने पर
- व्यापारी को नुकसान हो जाने पर
- राजनीतिज्ञ को चुनाव हार जाने पर
- अफसर को रिश्वत लेते समय पकड़े जाने पर
- विद्यार्थी को परीक्षा फल के समय
लेकिन जो मालिक के सच्चे भक्त है, उनको तो हर समय सुख में, दुख में, सोते , जागते, उठते, बैठते, हर समय, हर जगह मालिक ही मालिक याद आते है .
लगन (सुमिरन) मालिक के चरणों में लगा के रखिए और मगन (ध्यान) मालिक के सवरूप में रखिए.
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