Monday, 13 February 2023

167 - सच्चे साधु और संत की क्या निसानिया है ?



बाहर वाले गुरु देखे अब अंदर वाला सच्चा गुरु भी देख जो मोत के वकत सहाई होता है। सारे जहान का गुरु एक ही है जो जुगो जुगो से चला आया हैं .
  1. सच्चा साधु दाता हैं मंगता नही। 
  2. उसके पास जाने से सुख और शांति मिलती है और मालिक याद आता है। 
  3. उसके चेहरे से एक किसम खुसी और नूर टपकता है जो दूसरों को भी खुशी देने का कारण बनता ह। 
  4. उसकी आवाज दिल पर एक खास असर डालती ह। 
  5. उसके पास प्रेम का भंडार होता है वह रूहानियत का चमत्कार सूरज होता ह। 
  6. वह सब को एक नजर से देखता है और अपने आप को सबसे छोटा समझता ह। 
  7. वह कोई भी बेख नहीं बनाता और ना ही किसी से बनवाता है ,वह अपनी मौज में जिस हालत में रहना चाहे रहता ह। 
  8. वह अपने आप को गुरु नहीं कहलाता और नौकर बन कर आत्मा को मालिक से मिलाने का उपदेश देता ह। 
  9. वह कोई बाहर की टेक नहीं बनवाता , सिर्फ अंदर वाले राम गुरु को पुजवाता हैं। 
  10. अपनी तालीम देकर कोई कीमत नहीं लेता सब को मुफ्त बाटता ह। 
  11. वह सब कोमो और मजहबों  को बराबर समझता है और सब के अंदर मालिक देखता है, सबको साँझा संदेश देता ह। 
  12. वह जो कुछ बोलता है आंखों देखा बोलता है सुना सुनाया  या पढ़ा पढ़ाया नहीं बोलता। 


दादू देखा दीदा ,सभ को कहत सुनिदा 


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