Saturday, 27 November 2021

158 - साधु की पहचान कैसे होती है ?

किसी जंगल में एक संत महात्मा रहते थे। सन्यासियों वाली वेश भूषा थी और बातों में सदाचार का भाव, चेहरे पर इतना तेज था कि कोई भी इंसान उनसे प्रभावित हुए नहीं रह सकता था।

Saturday, 13 November 2021

157 - दुःख से छूटने का क्या उपाय है ?

एक व्यक्ति अपने गुरु के पास गया और बोला, गुरुदेव, दुख से छूटने का कोई उपाय बताइए। शिष्य ने थोड़े शब्दों में बहुत बड़ा प्रश्न किया था। दुखों की दुनिया में जीना लेकिन उसी से मुक्ति

Sunday, 7 November 2021

156 - स्वर्ग जाने का मार्ग क्या है?

एक साधु था। एक आदमी उसके पास आया और उसने कहा, और वह आदमी जो था, भारत में बड़ा प्रसिद्ध आदमी था, बहुत बड़ा सेनापति था। उसके दोनों तरफ तलवारें लटकी हुई थीं।

Saturday, 30 October 2021

155 - भगवान मदद कैसे करते हैं ?

एक शहर में एक अमीर सेठ रहता था। उसके पास बहुत पैसा था। वह बहुत फैक्ट्रियों का मालिक था। एक शाम अचानक उसे बहुत बैचेनी होने लगी। डॉक्टर को बुलाया गया सारे जाँच करवा लिये

Friday, 22 October 2021

154 - मालिक सब का भरण पोषण कैसे करता है ?

एक गृहस्थ भक्त अपनी जीविका का आधा भाग घर में दो दिन के खर्च के लिए पत्नी को देकर अपने गुरुदेव के पास गया । दो दिन बाद उसने अपने गुरुदेव को निवेदन किया के अभी मुझे घर जाना है।

Friday, 15 October 2021

153 - मालिक की अरदास करने सही समय कोनसा होता है ?

एक बार राजा अकबर ने बीरबल से पूछा कि तुम हिंदू लोग दिन में कभी मंदिर जाते हो, कभी पूजा-पाठ करते हो, आखिर भगवान तुम्हें देता क्या है ?

Saturday, 9 October 2021

152 - दूसरों द्वारा किये गए पाप-कर्मों का फल किसे मिलता है ?

एक बार की बात है की किसी राजा ने यह फैसला लिया के वह प्रतिदिन 100 अंधे लोगों को खीर खिलाया करेगा। एक दिन खीर वाले दूध में सांप ने मुंह डाला और दूध में विष डाल दी और ज़हरीली

Sunday, 3 October 2021

151 - क्या भगवान के यहाँ पर भी दो-दो डायरी होती हैं ?


 
बहुत समय पहले की बात है, एक संत हुआ करते थे। उनकी भक्ति ऐसी थी कि वो अपनी धुन में इतने मस्त हो जाते थे और उनको कुछ होश नहीं रहता था। उनकी अदा और चाल इतनी मस्तानी हो

Saturday, 25 September 2021

150 - लोग लड़ाई-झगड़ा क्यों करते हैं ?

एक संत भिक्षा में मिले अन्न से अपना जीवत चला रहे थे। वे रोज अलग-अलग गांवों में जाकर भिक्षा मांगते थे। एक दिन वे गांव के बड़े सेठ के यहां भिक्षा मांगने पहुंचे। सेठ ने संत को थोड़ा अनाज दिया

Sunday, 19 September 2021

149 - मौत पल पल हमे क्या चेताती रहती है ?



मौत के लिए हर वक्त तैयार रहना चाहिए. एक वकील के घर चित्रगुप्त का दूत यमराज आया और

Friday, 10 September 2021

148 - शब्द-धुन को सुनना क्या होता है ?

 


भजन का मतलब है शब्द-धुन को सुनना, इसे संत-महात्माओं ने शब्द-योग का अभ्यास भी कहा है। यह काम आत्मा करती है या फिर इसे सुरत द्वारा किया जाता है। दिव्य शब्द-धुन को सुरत अथवा

Saturday, 4 September 2021

147 - एक राजा ने साधु के ज्ञान का अंदाजा कैसे लगाया ?

किसी राजमहल के द्वारा पर एक साधु आया और द्वारपाल से बोला कि भीतर जाकर राजा से कहे कि उनका भाई आया है।

Saturday, 28 August 2021

146 - सुखी और सफल जीवन की कुंजी क्या है ?

मनुष्य मन के संकल्प और विकल्प पानी के बुलबुले की तरह ही एक क्षण में बनते और दूसरे ही क्षण में फूट भी जाने वाले अर्थात् मिट जाने वाले हैं। इसलिए हमारे महापुरुषों ने निर्णय दिया है कि कभी

Sunday, 22 August 2021

145 - गुरू के चरणों में अरदास कैसे करते हैं ?

एक गुरू का दास रोज गुरू के द्वार पर जा कर रोज गुरू को पुकारा करता था. लेकिन गुरू के दर्शन नहीं कर पाता था. इसलिए वह हमेशा यही सोच कर चला जाता था कि शायद मेरी भक्ति भाव में कुछ

Saturday, 14 August 2021

144 - परमात्मा के साथ मिलाप कैसे हो सकता है ?

एक बादशाह का वजीर बहुत बुद्धिमान और परमार्थी विचारों वाला था। एक दिन बादशाह ने वजीर से पूंछा कि, परमात्मा के साथ मिलाप कैसे हो सकता है ? वज़ीर ने कहा कि, परमात्मा स्वयं कामिल

Sunday, 1 August 2021

143 - भजन सिमरन हर रोज एक संघर्ष

दयाबाई सावधान करती हैं कि सतगुरु को मनुष्य-भाव से देखने और समझने की अज्ञानता नहीं करनी चाहिये । सतगुरु के शरीर की ओर नहीं, बल्कि उनके अंदर काम कर रही प्रभु की शक्ति की

Saturday, 17 July 2021

142 - परमात्मा तक पहुँचने का सही रास्ता क्या है?

नाम बहुत मुश्किल से कमो भागों वालों को मिलता है इस सत्य को जानो और इसकी संभाल करो. नाम की कमाई करो उनसे पूछ के देखो जिन्हे नाम नहीं मिला कितना तरसते है. नाम लेने के लिए कयोकि जो सतगुरू जी ने हमें

Sunday, 27 June 2021

141 - जीवन क्या है ?


एक पवित्र यज्ञ। लेकिन उन्ही के लिए जो सत्य के लिए स्वयं की आहुति देने को तैयार होते है।

Sunday, 13 June 2021

140 - जीवन में दुःख हमे परमात्मा से कैसे जोड़ता है ?

एक सूफी फकीर थे, शेख फरीद साहिब। उनकी  प्रार्थना में एक बात हमेशा होती थी – उसके शिष्य उससे पूछने लगे कि यह बात हमारी समझ में नहीं आती, हम भी प्रार्थना करते हैं, औरों को भी हमने

Sunday, 6 June 2021

01 - रूहानी संत जीवन परिचय - पूज्य वकील साहिब जी का

  मै बहादुर चंद (वकील) सुपुत्र श्री मनी राम जी बिश्नोई (सिहाग) माता श्रीमती मनोहरी देवी गाँव चौटाला तहसील मंडी डबवाली जिला सिरसा(हरियाणा) का रहने वाला हूँ I मेरा जन्म 10 दिसम्बर 1943 को गाँव चौटाला में हुआ I मुझे बचपन से ही एकांत में रहने का शौक था मेरी उम्र आठ साल

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